लेजर प्रिंटर क्या हैं? इसके फायदे और नुक्सान क्या है आइए जानें इसकी पूरी जानकारी हिंदी में
लेजर प्रिंटर (Laser Printer)
इस प्रिंटर के द्वारा उच्च गुणवत्ता के अक्षर और चित्र छापे जाते हैं यह विभिन्न प्रकार और स्टाइल के अक्षर को छाप सकता है इसकी छपाई की विधि फोटोकॉपी मशीन से मिलती-जुलती होती है। इसमें कंप्यूटर से भेजा गया डाटा लेजर किरणों की सहायता से इसके ड्रम पर चार्ज उत्पन्न कर देता है। इसमें एक टोनर होता है जो चार्ज के कारण ड्रम पर चिपक जाता है जब यह ड्रम घूमता है और इसके नीचे से कागज निकलता है, तो टोनर कागज पर अक्षरों या चित्रों का निर्माण करता है। यह प्रिंटर अपनी क्षमता के अनुसार 1 इंच से 300 से 1200 बिंदुओं की सघनता (Density) द्वारा छपाई कर सकते हैं। यह 1 मिनट में 5 से 24 पेज तक छाप सकता हैं।
या
यह उच्च गति से कार्य करने वाले नॉन इंपैक्ट प्रिन्टर होते हैं। जो 20,000 लाइन प्रति मिनट की गति से प्रिन्टिंग कर सकते हैं। इस प्रिन्टर में अक्षरों की छपाई के लिए लेजर किरणों का प्रयोग किया जाता है। इसमें एक ड्रम होता है जो एक आवेशित पदार्थ से लेपित होता है। इस प्रिन्टर में किरण, फोटो सेन्सिटिव सतह पर पड़ती है और उसकी आकृति बन जाती है। यह आवेशित आकृति टोनर से कार्बन के कणों को आकर्षित करती है। जिसमें स्याही होती है। यह आवेशित स्याही के कण आकृति पर चिपक जाते हैं। जिससे इच्छित आकार, तस्वीर या ग्राफ बन जाता है। इस प्रिन्टर का रिजोल्यूशन 1200 DPI (Dots Per Inch) या अधिक होता है।
Large Printer full Form— Light Amplification by Simulate Emission of Radiation
फायदे (Advantages)
- इसमें छपाई उच्च कोटि की होती है।
- आवाज बहुत कम होती है।
- इसकी प्रिंट की गति बहुत तीव्र होती है।
- इससे ग्राफ व टेक्स्ट दोनों की छपाई कर सकते हैं।
- कागज के अलावा अन्य सतह पर भी प्रिन्टिंग की जा सकती हैं।
नुकसान (Disadvantages)
- इसकी कीमत अधिक होती है।
- रख-रखाव कठिन व महंगा होता है।
- इनकी छपाई इम्पैक्ट प्रिन्टर की तुलना में महंगी होती है।
Tech with pintu
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