इंक जेट प्रिंटर क्या हैं? इसके फायदे और नुक्सान क्या है आइए जानें इसकी पूरी जानकारी हिंदी में
Ink Jet Printer |
इंक जेट प्रिंटर (Ink Jet Printer)
यह आवश्यक छवि बनाने के लिए कागज पर स्याही की बूंदों को प्रक्षेपित करने की तकनीक का उपयोग करता है। इंक-जेट प्रिंटर 64 छोटे नोजल के माध्यम से स्याही का छिड़काव करके सीधे कागज पर एक छवि बनाता है। यह लगभग 360 डॉट प्रति इंच का प्रिंट रिज़ॉल्यूशन प्रदान करता है।
या
इस प्रकार के प्रिंटर में कागज पर स्याही की फुहार द्वारा छोटे-छोटे बिंदु डालकर छपाई की जाती है। इसकी छपाई की गुणवत्ता भी अच्छी होती है ये विभिन्न प्रकार के रंगों द्वारा अक्षर और चित्र छाप सकते हैं इन प्रिंटरों में छपाई के लिए A4 अकार के पेपर का प्रयोग करते हैं। इंकजेट प्रिंटर में रिबन के स्थान पर गिरी स्याही से भरा हुआ। कार्ट्रिज लगाया जाता है। यह कार्ट्रिज एक जोड़े के रूप में होता है। एक कार्ट्रिज में काली स्याही तथा दूसरी कार्ट्रिज में मजेण्टा, पीला रंग और सियान रंग (Green-Bluish) की स्याही भरी जाती है। कार्ट्रिज ही इस प्रिण्टर का हेड होता है, जो कागज पर स्याही की फुहार छोड़कर छपाई करता है। इंकजेट प्रिण्टर को प्रायः समानान्तर पोर्ट के माध्यम से कम्प्यूटर के साथ जोड़ा जाता है। आजकल USB पोर्ट वाले इंकजेट प्रिण्टर प्रयोग किए जाते हैं। इसमें रोजाना एक या दो पेज प्रिण्ट करने चाहिए, जिससे इसका कार्ट्रिज गीला रहता है और बेकार नहीं होता है।
लाभ (Advantages)
- कई इंक-जेट प्रिंटरों को असामान्य प्रतीकों को मुद्रित करने के लिए भी प्रोग्राम किया जा सकता है जैसे; जापानी या चीनी वर्ण।
- यह डॉट-मैट्रिक्स और लेजर प्रिंटर के बीच एक उत्कृष्ट मध्य मैदान प्रदान करता है।
- मल्टीपल-नोजल प्रिंट हेड्स उन्हें कई रंगों में प्रिंट करने में सक्षम बनाता है।
नुकसान (Disadvantages)
- वे एक समय में केवल एक वर्ण बना सकते हैं और इसलिए लाइन प्रिंटर की प्रिंट गति से मेल नहीं खा सकते हैं।
- वे महंगे हैं।
अभ्यास के प्रश्न
(1) प्रश्न— इंक जेट प्रिंटर को रोजाना एक या दो बार प्रिंट क्यों करने चाहिए?
उत्तर— इंक जेट प्रिंटर से रोजाना एक या दो पेज प्रिंट अवश्य करने चाहिए। जिससे इसका कार्ट्रिज गिला रहता है और बेकार नहीं होता है
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